shiv chalisa lyricsl Options
shiv chalisa lyricsl Options
Blog Article
शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!
शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »इस चालीसा को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने Shiv chaisa के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥